कश्मीर के बडग़ाम में शहीद दीपक पाण्डेय के अंतिम दर्शन को कानपुर में उमड़ा जनसैलाब

कानपुर। भारतीय सीमा पर चौकसी के दौरान कश्मीर के बडग़ाम में शहीद कानपुर के लाल दीपक पाण्डेय की अंतिम यात्रा में आज यहां पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। शहीद दीपक पाण्डेय के पार्थिव शरीर का आज कानपुर में अंतिम संस्कार होगा। इससे पहले वायुसेना के सेवन एयरफोर्स हॉस्पिटल में सलामी के बाद उनका पार्थिव शरीर परिवार के लोगों के दर्शन के लिए उनके घर पर लाया गया। इस दौरान सड़क के दोनों तरफ भारी संख्या में लोग उमड़ पड़े। शहीद के अंतिम दर्शन को उमड़े लोग भारत माता की जय के साथ शहीद दीपक पाण्डेय अमर रहें के नारे लगा रहे थे। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी दीपक के घर पहुंचे हैं। कश्मीर के बडग़ाम में सीमा की निगरानी के दौरान वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर एमआइ-17 क्रैश होने के दौरान दीपक पाण्डेय शहीद हो गए थे। कल के बाद आज शहीद दीपक पांडेय को श्रद्धांजलि देने के लिए शहर उमड़ पड़ा। वहां हर आंख में आंसू थे। परिवार के लोगों की चीत्कार से माहौल कभी गमगीन हो रहा था तो भारत माता की जय और वंदेमातरम के उद्घोष गर्व की अनुभूति करा रहे थे। कल देर शाम उनका पार्थिव शरीर यहां लाया गया। उनका पार्थिव शरीर सेवन हॉस्पिटल में रखा गया था। आज सलामी के बाद सड़क मार्ग से दीपक पाण्डेय का पार्थिव शरीर उनके घर लाया गया। शहीद दीपक के अंतिम दर्शन को हजारों लोग उमड़ पड़े। यहां पर छोटे- छोटे बच्चों ने भी पुष्प वर्षा की और जब तक सूरज चांद रहेगा दीपक तेरा नाम रहेगा का उद्घोष किया। सुबह से ही उनके आवास के बाहर लोगों की भीड़ एकत्र होने लगी थी। भले ही कोई दीपक को जानता था या नहीं, बस देश सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए शहर के लाल को श्रद्धांजलि देना चाहता था। हर आंख आंसुओं से भरी थी। अकेले चकेरी क्षेत्र से ही नहीं, बल्कि पूरे शहर के लोग रास्ता पूछते हुए शहीद के घर तक पहुंचे। 'शहीद दीपक पांडेय अमर रहे' के गगनभेदी नारे दिन भर गूंजते रहे।