लखनऊ (वेबवार्ता/अजय कुमार वर्मा)। एक तरफ जहां सरकार आयुष्मान भारत का ढिंढोरा पीट रही है वहीं दूसरी तरफ पूरा उत्तर प्रदेश स्वाइन फ्लू जैसी विकराल महामारी का रूप धारण कर चुकी बीमारी के चपेट में आ चुका है। पिछले एक वर्ष में प्रदेश के लगभग तीन सौ लोगों को स्वाइन फ्लू हो चुका है और 16 लोगों की असमय मृत्यु हो चुकी है तथा राजधानी लखनऊ में एक ही दिन में 16 लोग स्वाइन फ्लू से पीड़ित हैं और अभी तक तीन की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग एच1एन1 वायरस की रोकथाम के लिए कोई उपाय नहीं कर रहा है और न ही कोई योजना है। इससे आम जनता में भय का माहौल व्याप्त है। यदि इसकी रोकथाम शीघ्र ही नहीं की गयी तो यह महामारी के रूप में पूरे प्रदेश में फैल जायेगी। प्रदेश सरकार इतनी मौतों के बाद भी अभी तक मौन है।
उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डाॅ0 अनूप पटेल ने कहा कि प्रदेश सरकार थोथा ढ़िढोरा पीटना बन्द करे और स्वास्थ्य मंत्रालय को तत्काल निर्देश दे कि वह राजधानी सहित प्रदेश में प्रत्येक जनपदों में कैम्प लगाकर स्वाइन फ्लू से पीड़ित मरीजों को चिन्हित कर उनकी समुचित जांच एवं तत्काल इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करे जिससे निर्दोष लोगों की जान बचायी जा सके।