लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश, देश का चुनावी दौरा कर रहे हैं परन्तु प्रदेश की कानून व्यवस्था की जो दयनीय स्थिति है उसकी चिन्ता न तो स्वयं उन्हें है न ही शासन- प्रशासन को है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ओंकारनाथ सिंह ने जारी बयान में कहा कि प्रशासनिक अधिकारियांे की उपस्थिति में राजधानी के चिनहट में महन्त की गोली मारकर हत्या कर दी जाती है और अधिकारियों केा उनकी जान बचाने के बजाय अपनी जान बचाकर भागना पड़ रहा है। ऐसे अधिकारियों को एक मिनट भी अपने पद पर बने रहने का हक नहीं है। पुलिस महानिदेशक के कार्यालय के पास युवती की नग्न लाश बरामद होती है, यह पुलिस अकर्मण्यता केा दर्शाने के लिए काफी है। जो मुख्यमंत्री अपने अधिकारियों की मौजूदगी में लोगों की हत्या को न रोक पाते हों तो जब वह देश बचाने की बात करते हैं तो हास्यास्पद प्रतीत होता है। मृतक महन्त की पत्नी ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस जबर्दस्ती उनको घर से बुलाकर ले गयी थी और उसके बाद उनकी हत्या हुई। प्रदेश की जनता इस भयावह स्थिति से भयाक्रान्त है और उसे समझ में नहीं आ रहा है कि वह अपने को कैसे सुरक्षित करे। इतनी बड़ी घटना के बाद मुख्यमंत्री का कोई बयान तक नहीं आता है और अभी तक हत्यारे पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इससे ज्यादा निन्दनीय कृत्य और क्या हो सकता है।
प्रवक्ता ने कहा कि आये दिन बलात्कार, हत्या, लूट, डकैती, राहजनी, जमीनों पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जे की घटनाएं समाचारपत्रों की सुर्खियां बनी रहती हैं लेकिन सरकार आंखों पर पट्टी और कान में तेल डालकर बैठी हुई है।
कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि महन्त और युवती के हत्यारांे को तुरन्त गिरफ्तार किया जाए एवं मृतक महन्त की पत्नी द्वारा जो आरोप लगाये हैं उसकी जांच कराकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाय।