मुजफ्फरपुरः चमकी बुखार का कहर, जून में 43 बच्चों की मौत


मुजफ्फरपुर। बिहार में चमकी बुखार से बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। खबर के मुताबिक, जून महीने में अब तक 43 बच्चों की मौत चमकी बुखार की वजह से हो चुकी है। गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर और इसके आस-पास के इलाकों में भयंकर गर्मी और उमस की वजह से बच्चे  चमकी बुखार का तेजी से शिकार हो रहे हैं। सिरदर्द और तेज बुखार के लक्षणों वाली इस बीमारी से ग्रसित तकरीबन 109 मरीजों को इस साल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुजफ्फरपुर के डीएम आलोक रंजन घोष ने आंकड़ों की पुष्टि करते हुए कहा कि बुधवार को अस्पताल में भर्ती 9 बच्चे गंभीर हालत में थे जिनमें से दो की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि जून महीने में इंसेफलाइटिस से मरने वाले बच्चों की कुल संख्या अब 43 पहुंच गई है। जिले के श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल के सुपरिंटेंडेंट सुनील शाही ने बताया कि इस साल चमकी बुखार से ग्रस्त 109 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि मौसम में तल्खी और हवा में नमी की अधिकता के कारण होने वाले वाले इस बुखार को लेकर राज्य के सीएम नीतीश कुमार भी चिंता जता चुके हैं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इस पर नजर बनाए रखने को कहा है। यह बीमारी हर साल इसी मौसम में मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के इलाकों के बच्चों को अपनी चपेट में लेती है। शाही ने बताया कि एईएस से पीड़ित अधिकांश बच्चों में हाइपोग्लाइसीमिया यानी अचानक शुगर की कमी और कुछ बच्चों के शरीर में सोडियम (नमक) की मात्रा भी कम पाई जा रही है। 


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