संभल के स्वास्थ्य विभाग की घटना ने मानवता को शर्मसार किया - डाॅ0 मसूद अहमद


वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 3 नवंबर। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने जनपद सम्भल के बहापुर पटटी बहजोई में स्वास्थ्य विभाग की घनघोर लापरवाही पर आक्रोश व्यक्त करते हुये कहा है कि पोस्टमार्टम के लिए लाए गये चार साल के मासूम के चेहरे को जानवर द्वारा पोस्टमार्टम हाउस में ही नोचकर खा जाने की घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। आश्चर्य की बात यह है कि मासूम के शव को फ्रीजर में सुरक्षित रखने के लिए भी परिजनों से 200 रूपये सुविधा शुल्क भी लिया गया था। भाजपा सरकार का यह कडुवा सच है कि स्वास्थ्य विभाग के प्रति लगभग चार साल से योगी सरकार की निरंतर लापरवाही प्रदेश के प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों से लेकर जिला अस्पतालों तक देखने को मिल रही है जहां मरीजों की देखभाल तो दूर की बात है, उनके लाने और ले जाने के स्ट्रेचर और दवा इत्यादि की उपलब्धता भी निश्चित नहीं है।
          डाॅ0 अहमद ने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सुरेश खन्ना भी जनपद सम्भल के पड़ोसी जनपद बरेली से सम्बन्धित हैं। जब स्वास्थ मंत्री का इकबाल सम्भल में नही हैं तो प्रदेश के सुदूर क्षेत्रों में कैसे सम्भव है? अपने दादा के साथ घूमने निकले इस चार साल के मासूस को किसी वाहन ने रौद दिया था पुलिस ने बच्चे के शव को इस आश्वासन के साथ पोस्र्टमार्टम के लिए भिजवाया था इससे दोषी वाहन चालक को दण्ड दिलाने में सहुलियत होगी परन्तु दुर्भाग्य है कि बच्चे के शव को भी सुरक्षा न मिल सकी। उन्हांेने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की इतनी घोर लापरवाही पर शर्मसार होेते हुये स्वाथ्य मंत्री को अपने पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए तथा प्रदेश सरकार को जांच बैठाने सम्बन्धी कोई नाटक नहीं करना चाहिए।
          रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को सम्भल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा पोस्टमार्टम हाउस के व्यवस्थापक को तत्काल बर्खास्त करके प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से भी जवाब तलब करना चाहिए कि इतनी घनघोर शर्मनाक लापरवाही के फलस्वरूप उन्हें भी क्यों न मंत्रिमण्डल से बर्खास्त करने की महामहिम राज्यपाल जी से सिफारिश की जाय? यद्यपि इस मांग की पूरी होने की सम्भावना बहुत क्षीण है क्योंकि पतीले की पूरी दाल ही काली है।